कुंडली मिलान
Kundli Matching ( कुंडली मिलान ) In Hindi | By Gajkesari Jyotish
कुंडली मिलान प्राचीन वैदिक ज्योतिष शास्त्र का एक अंग है, इसके द्वारा जीवनसाथी के बारे में पता किया जा सकता है कि विवाह के बाद उसका कैसा व्यवहार रहेगा |
मानव जीवन का आधा जीवन विवाह के बाद का होता है | यदि कुंडली में जो अष्टकूट गुण मिलान है, वह उत्तम है तो वैवाहिक जीवन सफल होता है, कम से कम 18 गुण मिलाना चाहिए और अधिकतम 36 गुण होते हैं | 17 या 16 गुण पर भी विवाह किया जा सकता है यदि ग्रह स्थिति अच्छी मिल रही हो |
कुंडली मिलान के समय या देखना जरूरी है कि दोनों में से किसी की साडेसाती तो नहीं चल रही या राहु की दशा तो नहीं चल रही है या पाप ग्रहों की दशा तो नहीं चल रही है क्योंकि ऐसी स्थिति में अलगाव की स्थिति आती है |
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कुंडली मिलान में लड़की का गुरु अच्छा होना चाहिए और लड़के का शुक्र अच्छा होना चाहिए तभी वैवाहिक जीवन अच्छा रहेगा, अष्टकूट मिलान में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण ग्रह मैत्री है ग्रह मैत्री के 5 पॉइंट होते हैं तो कम से कम यहां पर एक पॉइंट जरूर होना चाहिए,, नहीं तो विचार नहीं मिलेंगे और विवाद की स्थिति होगी और मामला अलगाव की तरफ जाएगा |
और अधिक जानकारी के लिए आप आचार्य चेतन गजकेसरी जी से संपर्क कर सकते हैं
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